कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए. एक अनूठा तरीका है “*स्त्री का नाम* जय जय सर्व व्यननमः स्वाहा “ की पांच माला २१ दिन तक करें तो फायदा होगा। तिलक काठी में निकलू घर से मोहे सकल संसार उसके बाद एक और https://andregxlbp.tkzblog.com/33101819/the-baglamukhi-diaries